SI paper Leak Case: इस तरह से BSF जवान ने शुरू की अफीम तस्करी, फिर पेपर लीक कर कमाए करोड़ों, पढ़ें क्राइम की दास्तां
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan2350712

SI paper Leak Case: इस तरह से BSF जवान ने शुरू की अफीम तस्करी, फिर पेपर लीक कर कमाए करोड़ों, पढ़ें क्राइम की दास्तां

SI paper Leak Case: राजस्थान एसआई भर्ती परीक्षा 2021 पेपर लीक मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. सब-इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा 2021 में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने बड़ा खुलास किया है. पेपर लीक करने वाले आरोपी ओमप्रकाश ने कई खुलासे किए. आरोपी ने 14,15 सितंबर 2021 को पेपर खरीदा था. 

SI paper Leak Case

SI paper Leak Case: राजस्थान एसआई भर्ती परीक्षा 2021 पेपर लीक मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. सब-इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा 2021 में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने बड़ा खुलास किया है. पेपर लीक करने वाले आरोपी ओमप्रकाश ने कई खुलासे किए. आरोपी ने 14,15 सितंबर 2021 को पेपर खरीदा था. पेपर लीक करके 2.5 करोड़ रुपये कमाकर आरोपी ओमप्रकाश नकल माफिया बना गया था. 

 

आरोपी ओमप्रकाश बीएसएप में जवान था. लेकिन अफीम तस्करी में कमाई देखकर नौकरी छोड़ दिया था. उसके बाद ओमप्रकाश ने पेपर लीक कर के पैसे कमाए. आरोपी ने परीक्षा से पहले पेपर लीक किया. रिश्तेदारों और परिचितों को परीक्षा से पहले पेपर उपलब्ध कराकर दरोगा बना दिया. आरोपी ओमप्रकाश बिश्नोई ने पुलिस के पूछताछ में खुलासा किया. 

यह भी पढ़ें- Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का राजस्थान को तोहफा

परीक्षा से पहले परिचितों को दिया था पेपर 

जब पुलिस ने आरोपी ओमप्रकाश बिश्नोई से पूछताछ की तो, ओमप्रकाश बिश्नोई ने बताया कि सब-इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा से पहले भूपेंद्र सारण ने पेपर प्राप्त किया. उसके बाद जयपुर में ओमप्रकाश बिश्नोई के जिन परिचितों का सेंटर था, उन्हें पेपर उपलब्ध कराया. उसके जानने वाले परीक्षा में पास होकर दरोगा बन गए. स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने ओमप्रकाश बिश्नोई को 10 दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है. वहीं पुलिस ट्रेनिंग कर रहे दरोगा की सूची तैयार कर रही है. 

 

2001 में आरोपी ओमप्रकाश  BSF में हुआ था शामिल

2001 से 2011 तक ओमप्रकाश बिश्नोई BSF में कांस्टेबल था. वह साल 2011 के बाद मणिपुर से राजस्थान और दिल्ली में अफीम की तस्करी करने लगा. साल 2020 में मणिपुर से भैख्राम और महेंद्र से ट्रक में अफीम भेजी थी. ट्रक ड्राइवर ने बताया कि बदमाशों ने रास्ते में अफीम लूट ली. इसके बाद ओमप्रकाश बिश्नोई जोधपुर आकर महेंद्र और भैख्राम की हत्या कर दिया. जिसके बाद पुलिस ने आरोपी ओमप्रकाश बिश्नोई को गिरफ्तार कर लिया. 

यह भी पढ़ें- Budget 2024: बजट में राजस्थान को क्या मिली सौगात? जानें किन योजनाओं का मिलेगा लाभ

जेल से छूटने के बाद फिर से करने लगा अफीम की तस्करी 

 

जब ओमप्रकाश बिश्नोई 2021 में जेल से छूटा, तो वो भूपेंद्र सारण से जुड़ गया. इसके बाद सुरेश बिश्नोई और भूपेंद्र सारण से सब-इंस्पेक्टर 2021 भर्ती परीक्षा से पहले पेपर लिया. परीक्षा से पहले सब-इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा का पेपर लेकर ओमप्रकाश बिश्नोई ने अपने रिश्तेदारों और परिचितों को पेपर उपलब्ध कराकर परीक्षा में पास करा दिया. 2023 में ओमप्रकाश 30 किलो अफीम लेकर आ रहा था. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आरोपी को अफीम के साथ पकड़ लिया था. 

 

पेपर खरीदने वालों की SOG करेगी जांच

 

पेपर लीक करने वाले आरोपी ओमप्रकाश बिश्नोई के खुलासे के बाद अब स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) सख्त हो गई है. स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) अब पेपर खरीदने वालों की लिस्ट बनाएगी. पेपर खरीदने वालों की लिस्ट बनाकर SOG जांच करेगी. साथ ही दूसरी जेईएन भर्ती परीक्षा पेपर लीक में तेज आरोपी हर्षवर्धन और रिंकू को आमने-सामने बैठाकर SOG पूछताछ करेगी. आरोपी ओमप्रकाश बिश्नोई ने एसआई भर्ती परीक्षा के पेपर लीक करके 2 दिन में 2.5 करोड़ रुपये कमाया था. 

यह भी पढ़ें- Nagaur News: होटल मालिक पर जानलेवा हमला और अपहरण करने वाले तीनों आरोपी गिरफ्तार

राजस्थान में सब इंस्पेक्टर की भर्ती परीक्षा पेपर लीक करने वाले एक आरोपी पर सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए स्थानीय प्रशासन ने आरोपी के घर को बुलडोजर से जमींदोज कर दिया. न्यूज एजेंसी के मुताबिक अधिकारियों ने बताया कि राजस्थान उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा मामले में एक आरोपी के अवैध रुप से निर्मित घर को चूरू के अदिकारियों ने ध्वस्त कर दिया. उन्हेंने बताय कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच चूरू नगर परिषद द्वारा सोमवार रात को यह कार्रवाई की गई. 

यह भी पढ़ें- Jaisalmer News: पोकरण सरकारी अस्पताल में गिरा छत का प्लास्टर, टला बड़ा हादसा

DSP सुनील कुमार ने कहा कि SI पेपर लीक मामले में गिरफ्तार आरोपी व्वेक भांभू ने अवैध रुप से घर का निर्माण कराया था. जिसे सोमवार को ध्वस्त कर दिया गया.  साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि सहायक इंजीनियर रवि राघव के नेतृत्व में नगर परिषद की एक टीम ने पूनिया कॉलोनी में भूखंड संख्या 114 और 115 पर कथित अवैध संरचनाओं को ध्वस्त किया. पेपर लीक मामले में जांच राजस्थान की पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) द्वारा की जा रही है.

यह भी पढ़ें- आंखों पर पट्टी बांधकर पढ़ सकती है राजस्थान की यह बच्ची, दूसरा कारनामा.....

Trending news